पृष्ठभूमि
दुर्घटना अथवा प्राकृतिक कारणों/बीमारी के कारण पति की आकस्मिक मृत्यु की दुर्भाग्य स्थिति में विधवा उपेक्षित और आर्थिक रूप से कमजोर रह जाती है । ऐसे मामले में, यह संगठन का उत्तरादायित्व है कि आगे आएं और व्यावसायिक प्रशिक्षण के माध्यम से रोजगार प्राप्त करने में विधवा को सहायता प्रदान करें । उनके शिक्षा स्तर और अभिक्षमता के आधार पर वे अपेक्षित व्यावसायिक प्रशिक्षण प्राप्त करने का विकल्प चुन सकती हैं । ऐसे पाठ्यक्रम का अध्ययन आईटीआई जैसे आरएसबी/जेडएसबी द्वारा संचालित अभिज्ञात व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थाओं अथवा एनआईआईटी आदि जैसे मान्यता प्राप्त निजी प्रशिक्षण संस्थाओं में किया जा सकता है । हवलदार अथवा समतुल्य रैंक तक के ईएसएम की विधवाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए योजना अगस्त 2023, में 50,000/- रू. के एकबारगी अनुदान के साथ शुरू की गई थी ।
वर्तमान स्कीम
उक्त व्यावसायिक प्रशिक्षण के सफलतापूर्वक समापन पर 50,000/- रू. के एकबारगी भुगतान किया जाता है ।
लाभार्थियों की संख्या और वितरित धनराशि
पिछले तीन वर्षों के दौरान उपर्युक्त स्कीम के अंतर्गत लाभार्थियों की संख्या और वितरित धनराशि का ब्यौरा निम्नानुसार है:-
वित्त वर्ष | लाभार्थियों की कुल संख्या | कुल वितरित धनराशि रू. में |
---|---|---|
2019-20 | 8 | 160000 |
2020-21 | 7 | 140000 |
2021-22 | 20 | 400000 |
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